
टाटा पावर सोलर रूफ: एक साधारण गृहिणी से राष्ट्रपति भवन तक की प्रेरक यात्रा
झारखंड के बोकारो जिले की रहने वाली श्रीमती दीपक देवी आज सिर्फ अपने परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड और देश के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। एक साधारण गृहिणी, जिनका जीवन भी गांव की हर दूसरी महिला की तरह था — घर की देखभाल, बच्चों की चिंता और हर महीने बिजली के बढ़ते बिलों को लेकर परेशानियां। लेकिन आज वही दीपक देवी, अपनी सूझबूझ और सौर ऊर्जा को अपनाने के फैसले के कारण राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गई हैं।
जब घर की छत बनी आत्मनिर्भरता की पहचान
श्रीमती दीपक देवी ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया। यह फैसला इतना आसान नहीं था। परिवार के सामने कई सवाल थे — क्या यह भरोसेमंद होगा? क्या वाकई इससे बिजली का बिल कम होगा? और सबसे बड़ा सवाल, कौन-सी कंपनी सही होगी?
यही वो समय था जब उनके बेटे ने सलाह दी कि टाटा पावर सोलर रूफटॉप की विश्वसनीयता और पुरानी पहचान पर भरोसा किया जाए। बेटे ने जानकारी जुटाई, लोगों से सलाह ली और आखिरकार टाटा पावर को चुना। इस फैसले में स्थानीय टाटा पावर प्रतिनिधि अमित कुमार पांडे का भी बड़ा योगदान रहा, जिन्होंने पूरे परिवार को समझाया कि सौर ऊर्जा सिर्फ बचत ही नहीं, बल्कि भविष्य की ऊर्जा है।
राष्ट्रपति भवन से मिला निमंत्रण — एक सपने का साकार होना
टाटा पावर सोलर रूफटॉप को अपनाने का यह फैसला ना केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित हुआ, बल्कि इसने दीपक देवी और उनके परिवार को ऐसा सम्मान दिलाया, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर, दीपक देवी को भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में एट होम रिसेप्शन के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया।
यह सम्मान न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे इलाके के लिए गर्व का क्षण बन गया। आज उनके पड़ोसी, रिश्तेदार और पूरे गांव में यह चर्चा का विषय है कि कैसे सौर ऊर्जा अपनाने से सम्मान और आत्मनिर्भरता दोनों हासिल की जा सकती हैं।
टाटा पावर का सतत प्रयास — हर घर तक सौर ऊर्जा
टाटा पावर रिन्यूएबल्स अपने सोलर रूफटॉप सॉल्यूशंस के जरिए पूरे देश में घर-घर सौर ऊर्जा पहुंचाने के अभियान में जुटा है। खासकर झारखंड में, जहां अब तक 55 मेगावाट सोलर रूफटॉप सिस्टम्स स्थापित हो चुके हैं। इससे सैकड़ों घरों के बिजली बिलों में कमी आई है, और कुछ परिवार अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में बेचकर अतिरिक्त आय भी कमा रहे हैं।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना — आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सोच और उनकी प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना ने इस बदलाव में बड़ी भूमिका निभाई है। योजना के तहत घर-घर सौर पैनल लगाने पर सरकारी सब्सिडी मिलती है और प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है, जिससे आम लोगों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे स्वच्छ ऊर्जा अपनाने की ओर कदम बढ़ाते हैं।
ऊर्जा बचत के साथ भविष्य का उजाला
श्रीमती दीपक देवी का यह सफर सिर्फ उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं है, यह पूरे समाज के लिए एक संदेश है — अगर सही जानकारी, सही सलाह और सही फैसले लिए जाएं तो हर घर अपनी छत से बिजली बना सकता है, अपने घर का बिल घटा सकता है और देश के स्वच्छ ऊर्जा अभियान में अपना योगदान दे सकता है।
टाटा पावर के झारखंड स्टेट हेड श्री संदीप कुमार ने इस अवसर पर कहा, “दीपक देवी जी ने जो प्रेरणा दी है, वह सौर ऊर्जा अपनाने के इच्छुक हर परिवार के लिए मिसाल है। प्रधानमंत्री जी का सपना है कि हर घर आत्मनिर्भर बने, और टाटा पावर इस सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
दीपक देवी की मुस्कान — सौर ऊर्जा का सबसे सुंदर प्रकाश
राष्ट्रपति भवन से निमंत्रण मिलने के बाद दीपक देवी की आँखों में जो चमक है, वह सौर ऊर्जा से कहीं ज्यादा उजली है। उनके लिए यह सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि एक नई पहचान है — एक ऐसी महिला की पहचान, जिसने अपने परिवार और पूरे गांव को दिखाया कि छोटे-छोटे कदम कैसे बड़ा बदलाव लाते हैं।
टाटा पावर सोलर — हर छत पर आत्मनिर्भरता की छांव
टाटा पावर अपने गृह-गृह सौर अभियान के तहत यह सुनिश्चित कर रहा है कि देश के हर कोने में, हर परिवार को आसान, सुलभ और किफायती सौर समाधान मिले। यह सिर्फ बिजली बचाने का तरीका नहीं, बल्कि एक हरित और उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम है।