
बोकारो सेक्टर 4 स्थित मजदूर मैदान में नौ दिवसीय श्री रामकथा का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया जा रहा है। भूमि पूजन विधिवत रूप से संपन्न हो चुका है, और 27 मार्च से 4 अप्रैल 2025 तक चलने वाली इस पावन कथा के लिए तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। भगवान श्रीराम की भक्ति में लीन होने के लिए श्रद्धालु अत्यंत उत्साहित हैं। आयोजन समिति हर छोटे-बड़े पहलुओं का विशेष ध्यान रख रही है, ताकि श्रद्धालु निर्विघ्न रूप से कथा का श्रवण कर सकें।
भव्य आयोजन की रूपरेखा

आयोजन समिति के सदस्य शिव अग्रवाल ने बताया कि इस विशाल आयोजन की योजना पिछले दो वर्षों से बनाई जा रही थी, लेकिन विभिन्न कारणों से इसे साकार नहीं किया जा सका। इस वर्ष, बोकारो की पावन भूमि पर पहली बार इतना भव्य श्री रामकथा आयोजन हो रहा है। इस कथा में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पूज्य श्री राजन जी महाराज अपनी दिव्य वाणी से भक्तों को भगवान श्रीराम के जीवन दर्शन से जोड़ने का कार्य करेंगे।
केवल बोकारो ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन में सम्मिलित होंगे।
श्री राम ध्वज यात्रा और कलश यात्रा
इस आयोजन के तहत 26 मार्च 2025 को प्रातः 9 बजे श्री रामध्वज यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा सेक्टर 1 स्थित श्री राम मंदिर से शुरू होकर मजदूर मैदान तक पहुंचेगी। इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु भाग लेंगे और भव्यता को और अधिक बढ़ाएंगे।
साथ ही, कलश यात्रा का भी विशेष आयोजन किया जाएगा, जिसमें 700 से 1000 श्रद्धालुओं के सम्मिलित होने की संभावना है। यह यात्रा श्री राम मंदिर से निकलकर कथा स्थल तक जाएगी।
विशाल पंडाल और सुविधाएं

कथा आयोजन के लिए 100×450 फीट का विशाल जर्मन हैंगर पंडाल लगाया जा रहा है, जो कि बनारस से मंगवाया गया है। इसमें लगभग 20,000 से 25,000 श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष बैठने, जलपान और पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है।
भक्ति में डूबने का अमृत अवसर
आयोजन समिति ने बोकारो के सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस पावन आयोजन में भाग लें और कथा श्रवण कर श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें।
यह कार्यक्रम प्रतिदिन शाम 3:00 बजे से 7:00 बजे तक आयोजित किया जाएगा। यदि मौसम अधिक गर्म हुआ, तो समय में हल्का परिवर्तन किया जा सकता है।
बोकारो के श्रद्धालुओं के लिए यह एक अनमोल अवसर है, जिसमें वे भगवान श्रीराम की भक्ति में सराबोर हो सकते हैं। आयोजन समिति का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को कथा का लाभ देना और उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करना है।
तो आइए, इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और प्रभु श्रीराम की कथा का श्रवण कर अपने जीवन को पावन बनाएं।