श्यामलता पुल: रोमांच नहीं, मौत का रास्ता! | प्रशासन बेपरवाह, जनता मजबूर
“अगर रास्ता ही मौत का हो, तो मंज़िल का क्या मतलब?”यह पंक्ति सुनने में भले ही साहित्यिक लगे, लेकिन बोकारो जिले के पेटरवार के श्यामलता पुल पर रोज़ाना हज़ारों लोग…
“अगर रास्ता ही मौत का हो, तो मंज़िल का क्या मतलब?”यह पंक्ति सुनने में भले ही साहित्यिक लगे, लेकिन बोकारो जिले के पेटरवार के श्यामलता पुल पर रोज़ाना हज़ारों लोग…