
साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं के बीच झारखंड के बोकारो जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस ने साइबर ठगी में लिप्त तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पुपुनकी गांव के दास टोला में गुरुवार देर रात पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में इन अपराधियों को पकड़ा गया।
कैसे हुआ खुलासा?
पुलिस को गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली कि पुपुनकी गांव में स्थित सूरी दास के मकान में कुछ संदिग्ध अपराधी ठहरे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया। इस दल में चास थाना के निरीक्षक, थाना प्रभारी मकसूद आलम, सब-इंस्पेक्टर कुंदन कुमार यादव सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
क्या मिला पुलिस को?
छापेमारी के दौरान पुलिस ने अपराधियों के पास से 18 मोबाइल फोन जब्त किए, जिनमें चोरी के सिम कार्ड लगे हुए थे। इसके अलावा, एक लैपटॉप, कई चार्जर और दो डायरी भी बरामद की गई। इन डायरियों में विभिन्न बैंक खातों की जानकारी दर्ज थी, जिससे यह साफ हुआ कि अपराधी लोगों को बैंक से संबंधित धोखाधड़ी में फंसाते थे।
ऑनलाइन ठगी का तरीका
गिरफ्तार अपराधी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करते थे और झांसे में लेकर उनका ओटीपी प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद, वे पीड़ितों के बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर कर लेते थे। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों—सूरज दास, सुबल दास और देवासी को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य फरार हैं।
गिरोह का नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि एक व्यक्ति, सुखदेव, इन अपराधियों को चोरी के सिम कार्ड उपलब्ध कराता था। इसके बाद, अपराधी ग्राहकों को फोन कर उन्हें अपनी चालाकी से ठगी का शिकार बनाते थे।
साइबर ठगी से बचाव के लिए सावधानियां
साइबर अपराधों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी या बैंक डिटेल्स न दें।
- यदि कोई खुद को बैंक अधिकारी बताकर फोन करे, तो पहले बैंक से पुष्टि करें।
- साइबर ठगी की घटनाओं की तुरंत पुलिस में रिपोर्ट करें।
निष्कर्ष
बोकारो पुलिस की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि साइबर अपराधी लगातार नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में, जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की आवश्यकता है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।